सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट्स ऑफ मैनेजमेंट द्वारा राष्ट्रीय स्तर के तीन दिवसीय 'टेकफेस्ट-2025' महोत्सव का आयोजन

Three-Day National level 'Techfest-2025' Festival

Three-Day National level 'Techfest-2025' Festival

नवाचार, रचनात्मकता, प्रबंधन और नेतृत्व क्षमता को बढ़ाने के लिए
'टेकफेस्ट' जैसे उपक्रम महत्वपूर्ण : डॉ. संजय बी. चोरडिया

पुणे। Three-Day National level 'Techfest-2025' Festival: सूर्यदत्त इंस्टीट्यूट्स ऑफ मैनेजमेंट के एमसीए और एमबीए विभाग द्वारा राष्ट्रीय स्तर का तीन दिवसीय टेकफेस्ट-2025 का आयोजन किया गया। समाज के कल्याण के लिए तकनीकी प्रगति को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से यह राष्ट्रीय महोत्सव 'सूर्यदत्त' के बंसीरत्न सभागृह में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया, उपाध्यक्ष व सचिव सुषमा चोरडिया, सह-उपाध्यक्ष स्नेहल नवलखा, डिजिटल स्ट्रैटेजिक एडवायजर सिद्धांत चोरडिया, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं समूह निदेशक डॉ. शैलेश कासंडे, अधिष्ठाता प्रो. डॉ. प्रतीक्षा वाबळे, निदेशक प्रो. डॉ. मनीषा कुंभार के साथ विभिन्न विभागों के प्रमुख, प्राचार्य, शिक्षण व शिक्षकेत्तर कर्मचारी, आमंत्रित अतिथि और उत्साही विद्यार्थी इस अवसर पर उपस्थित थे।

इस महोत्सव में 'मास्टर एंड मिस टेक्नोक्रैट्स', 'माइंडस्वीपर', 'बैटल विद कोड', 'डिज़ाइन फायर', 'गेम ग्लाइडर', 'सस्टेनप्रेन्युअर', 'बिजनेस लिंगो', 'लीग ऑफ लीडर्स' और 'मास्टर एंड मिस मैनेजर' जैसी नौ विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। देशभर के 40 संस्थानों से 800 से अधिक विद्यार्थियों ने इनमें भाग लिया। रजिस्ट्रेशन से लेकर परिणाम घोषणा तक की पूरी प्रक्रिया 'ईआरपी' प्रणाली द्वारा सरलता से संचालित की गई। बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को नकद पुरस्कार, सम्मानचिह्न और प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कारों का वितरण संस्थान और बाहरी प्रतिभागियों के लिए अलग-अलग श्रेणियों में किया गया। प्रतियोगिताओं का मूल्यांकन संस्थान के प्राध्यापकों एवं उद्योग क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा किया गया। इस दौरान प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया ने कहा कि विश्लेषणात्मक और तकनीकी कौशलों के विकास के साथ-साथ नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहित करने की दृष्टि से यह महोत्सव उपयोगी साबित हुआ। शिक्षा और उद्योग क्षेत्र के बीच की खाई को कम करने के लिए 'टेकफेस्ट' जैसे शैक्षणिक उपक्रम आवश्यक हैं। इससे विद्यार्थियों को प्रोग्रामिंग और समस्या-समाधान जैसी क्षमताएं विकसित करने में सहायता मिलती है। सुनियोजित योजना और प्राध्यापकों के मार्गदर्शन से यह कार्यक्रम सफल रहा। विद्यार्थियों ने टीमवर्क, सहयोग की भावना और प्रोजेक्ट प्रबंधन के गुणों को आत्मसात किया। उन्होंने अपने ज्ञान का उपयोग व्यावहारिक कंप्यूटर आधारित चुनौतियों में किया, जिससे उन्हें मूल्यवान अनुभव और उद्योग से संबंधित परिस्थितियों की वास्तविक जानकारी प्राप्त हुई। 'सूर्यदत्त' में ऐसे उपक्रमों को हमेशा प्रोत्साहन दिया जाता है।

इस मौके पर  'मास्टर एंड मिस टेक्नोक्रैट्स' प्रतियोगिता में तकनीकी, तार्किक और सॉफ्ट स्किल्स का मूल्यांकन किया गया, जिसमें क्विज़, ग्रुप डिस्कशन, समस्या समाधान और विशेषज्ञों द्वारा लिए गए इंटरव्यू शामिल थे। 'माइंडस्वीपर' प्रतियोगिता में वास्तविक समस्याओं के लिए नवाचारी सॉफ्टवेयर समाधान विकसित करने, कोडिंग और ऐप डेवलपमेंट कौशल दिखाने का अवसर मिला। 'बैटल विद कोड' एक प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता थी, जिसमें डिबगिंग, एल्गोरिदम ऑप्टिमाइजेशन और प्रतिस्पर्धात्मक कोडिंग शामिल थी। 'डिज़ाइन फायर' में उपयोगकर्ता अनुकूल वेब और मोबाइल ऐप्लिकेशन डिज़ाइन करने की स्पर्धा हुई। 'गेम ग्लाइडर' नामक गेमिंग प्रतियोगिता में रणनीतिक सोच, टीम भावना और त्वरित प्रतिक्रिया देने की क्षमता का परीक्षण हुआ। 'सस्टेनप्रेन्युअर' एक उद्यमिता आधारित प्रतियोगिता थी, जिसमें प्रतिभागियों को तकनीक और नवाचार का उपयोग कर सामाजिक रूप से प्रभावी सतत व्यवसाय योजनाएं प्रस्तुत करनी थीं। 'बिजनेस लिंगो' में व्यावसायिक संवाद कौशल, कॉर्पोरेट शिष्टाचार, वार्तालाप कौशल और प्रस्तुति कला का प्रदर्शन किया गया। 'लीग ऑफ लीडर्स' में नेतृत्व कौशल का मूल्यांकन निर्णय लेने की क्षमता, रणनीतिक योजना और टीम प्रबंधन जैसे पक्षों पर किया गया, जो सिमुलेशन और केस स्टडीज़ के माध्यम से किया गया। डॉ. मनीषा कुंभार ने बताया कि 'मास्टर एंड मिस मैनेजर' नामक प्रबंधन कौशल प्रतियोगिता में समस्या समाधान, संकट प्रबंधन और नेतृत्व गुणों का मूल्यांकन किया गया।